
पहलगाम हमला: संदिग्ध खच्चर वाला हिरासत में, पर्यटक ने कहा था- सुनी '35 बंदूकें घास में छिपी हैं' जैसी बातें, पूछा था धर्म

Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए कायराना आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां हर एंगल से जांच कर रही हैं। इसी कड़ी में, सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक खच्चर वाले की तस्वीर और एक महिला पर्यटक के दावों के आधार पर गांदरबल पुलिस ने एक्शन लिया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तस्वीर में दिख रहे संदिग्ध खच्चर वाले की पहचान कर उसे हिरासत में ले लिया है। वायरल पोस्ट में दावा किया गया था कि इस खच्चर वाले ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछा था।
महिला पर्यटक के सनसनीखेज दावे
यह मामला एक महिला पर्यटक द्वारा सोशल मीडिया पर जारी किए गए वीडियो और बयानों के बाद सुर्खियों में आया। महिला ने संदिग्ध की तस्वीर दिखाते हुए आरोप लगाया था कि इसी व्यक्ति ने उनसे धर्म संबंधी सवाल पूछे थे। महिला के अनुसार, वह हमले से दो दिन पहले, 20 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी घूमने गई थीं। वहां इसी संदिग्ध ने उन्हें खच्चर की सवारी कराई। इस दौरान उसने महिला से उनका धर्म, धार्मिक स्थलों की यात्रा और साथ आए दोस्तों की धार्मिक पहचान के बारे में अजीब सवाल पूछे।
'प्लान A, प्लान B, 35 बंदूकें... घास में छिपी हैं'
महिला पर्यटक ने सबसे चौंकाने वाला दावा यह किया कि सवारी के दौरान खच्चर वाले के फोन पर एक कॉल आई थी। उसने फोन पर दूसरी तरफ मौजूद व्यक्ति से कोड भाषा में बात की, जिसमें 'प्लान A' और 'प्लान B' जैसे शब्दों का इस्तेमाल हुआ। महिला ने दावा किया कि उसने फोन पर यह भी सुना, "प्लान A ब्रेक फेल, प्लान B – 35 बंदूकें मैं भेजा हूं, घास में छुपी हैं।" जब खच्चर वाले को लगा कि महिला उसकी बातें सुन रही है, तो वह स्थानीय भाषा में बात करने लगा। महिला ने अपने फोन में मौजूद तस्वीर और व्हाट्सएप ग्रुप के स्क्रीनशॉट भी दिखाए, जिनसे संदिग्ध की पहचान में मदद मिली।
पुलिस ने की पहचान, पूछताछ जारी
गांदरबल पुलिस के अनुसार, हिरासत में लिए गए संदिग्ध की पहचान अयाज अहमद जंगल, पुत्र नबी जंगल के रूप में हुई है। वह गांदरबल के गोहीपोरा रायजान का निवासी है और आमतौर पर सोनमर्ग के थजवास ग्लेशियर में टट्टू (खच्चर) चलाता है। फिलहाल, पुलिस अयाज अहमद से गहन पूछताछ कर रही है ताकि महिला पर्यटक द्वारा लगाए गए आरोपों की सच्चाई और पहलगाम आतंकी हमले में उसकी संभावित भूमिका का पता लगाया जा सके।