
यूट्यूबर ज्योति की ISI एजेंट से नई चैट: 'पाकिस्तान में शादी करा दो', NIA ले गई पठानकोट, हिसार पुलिस का पहला आधिकारिक बयान

पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के गंभीर आरोपों में घिरी हरियाणा के हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के मामले में जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अब ज्योति मल्होत्रा की पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के एक अधिकारी माने जा रहे हसन अली नामक व्यक्ति के साथ एक और वॉट्सएप चैट सामने आई है। इस चैट में ISI एजेंट हसन अली उसे (ज्योति को) दुआ दे रहा है, जिसके जवाब में ज्योति उससे पाकिस्तान में अपनी शादी कराने की बात कह रही है। यह चैट खुफिया एजेंसियों के हाथ लगी है और इससे ज्योति के पाकिस्तानी खुफिया तंत्र के साथ गहरे संबंधों का पता चलता है।
NIA और IB की पठानकोट में जांच, संदिग्ध रेकी का खुलासा
इससे पहले, मंगलवार, 20 मई, 2025 को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की संयुक्त टीमें ज्योति मल्होत्रा को लेकर पंजाब के पठानकोट पहुंचीं। ज्योति करीब एक साल पहले पठानकोट गई थी। उसने वहां से कोई विस्तृत वीडियो तो अपने यूट्यूब चैनल 'ट्रैवल विद जो' पर जारी नहीं किया था, लेकिन फेसबुक पर साझा की गई कुछ तस्वीरों और एक छोटी वीडियो क्लिप से उसके वहां जाने की पुष्टि हुई थी। NIA ने ज्योति की इस पठानकोट यात्रा को बेहद संदिग्ध माना है। जांच एजेंसियों को संदेह है कि उसने पठानकोट स्थित अतिसंवेदनशील आर्मी कैंट और एयरफोर्स स्टेशन की रेकी की होगी। गौरतलब है कि भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तानी सेना ने पठानकोट स्थित इन्हीं सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की असफल कोशिश की थी। पठानकोट एयरबेस पर 2016 में भी बड़ा आतंकी हमला हो चुका है। इस बीच, ज्योति से पूछताछ करने के लिए मध्य प्रदेश के उज्जैन से भी एक पुलिस टीम हिसार पहुंची है।
अब तक की जांच में अहम खुलासे और सुराग
ज्योति मल्होत्रा से अब तक की गई पूछताछ और उसके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की प्रारंभिक फोरेंसिक जांच में कई अहम जानकारियां और सुराग जांच एजेंसियों के हाथ लगे हैं:
- दुबई से संदिग्ध लेनदेन: ज्योति के मोबाइल से सेना से जुड़ी कुछ संदिग्ध सामग्री मिली है। साथ ही, उसके एक बैंक खाते में दुबई से हुए कुछ वित्तीय लेनदेन भी पाए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
- 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तानी अधिकारी से चैट और डिलीशन: यह भी पता चला है कि भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान और उसके बाद ज्योति ने पाकिस्तानी दूतावास के एक अधिकारी दानिश के साथ चैटिंग की थी। इस चैट में उसने भारत में बज रहे सायरन और प्रशासन द्वारा लोगों को भेजे गए ब्लैकआउट संदेशों जैसी संवेदनशील जानकारी दानिश से साझा की थी। हालांकि, बाद में उसने यह चैट डिलीट कर दी थी।
- पाकिस्तानी एजेंटों को भेजे गए वीडियो: जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि ज्योति ने अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर और कश्मीर के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थलों के वीडियो, उनकी सटीक लोकेशन के साथ, वॉट्सएप, स्नैपचैट और टेलीग्राम जैसे एन्क्रिप्टेड माध्यमों के जरिए पाकिस्तानी एजेंटों को भेजे थे।
- ट्रैवल वीडियो का संदिग्ध पैटर्न: NIA की टीम को ज्योति के यूट्यूब चैनल 'ट्रैवल विद जो' पर अपलोड किए गए ट्रैवल वीडियो में एक खास पैटर्न नजर आया है। उसके अधिकांश वीडियो धार्मिक पर्यटन स्थलों के हैं, लेकिन इनमें धार्मिक स्थलों की जानकारी देने के बजाय उसने वहां की सुरक्षा व्यवस्था, एंट्री-एग्जिट पॉइंट्स और आसपास के इलाकों पर ज्यादा फोकस किया है। खासकर भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों के वीडियो में यह पैटर्न अधिक स्पष्ट है। NIA और IB की टीमें अब उसकी पाकिस्तान, चीन, इंडोनेशिया, दुबई, थाईलैंड, नेपाल और भूटान की यात्राओं के वीडियो की भी गहनता से जांच कर रही हैं।
- बांग्लादेश जाने की तैयारी और बड़े रैकेट का हिस्सा होने का शक: जांच के दौरान यह भी इनपुट मिला है कि ज्योति एक बड़े जासूसी रैकेट मॉड्यूल से जुड़ी हो सकती है। वह जल्द ही बांग्लादेश जाने की तैयारी में थी और उसने वीजा के लिए आवेदन की एक कॉपी भी तैयार कर ली थी। खास बात यह है कि उसने अपने वीजा आवेदन में अपना अस्थायी पता बांग्लादेश की राजधानी ढाका के उत्तरी क्षेत्र का दर्ज किया था। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि ज्योति वहां ISI द्वारा स्थापित किए जा रहे एक नए जासूसी मॉड्यूल के बांग्लादेशी ऑपरेटिव्स से संपर्क साधने और किसी मीटिंग में शामिल होने के लिए जा रही थी, जिसके लिए उसने ट्रैवलिंग का बहाना बनाया था।
घर से मिली डायरी के पन्ने और उर्दू सीखने की कोशिश
ज्योति मल्होत्रा के हिसार स्थित घर की तलाशी के दौरान जांच एजेंसियों को एक डायरी भी मिली है। इस डायरी में उसने अपनी पाकिस्तान यात्रा के अनुभवों का जिक्र करते हुए लिखा है, "पाकिस्तान से 10 दिन का सफर कर लौट आई हूं। इस दौरान पाकिस्तान की अवाम से काफी मुहब्बत मिली। हमारे सब्सक्राइबर और फ्रेंड्स भी हमसे मिलने आए। लाहौर घूमने के लिए मिला 2 दिन का वक्त बहुत कम था।" उसने डायरी में भारत और पाकिस्तान के बीच सरहद की दूरियां खत्म होने और भारतीयों के लिए पाकिस्तान में अधिक गुरुद्वारों व मंदिरों के रास्ते खोलने और सुविधाएं प्रदान करने की भी बात लिखी है ताकि 1947 में बिछड़े परिवार मिल सकें। डायरी से यह भी पता चलता है कि ज्योति हिंदी के साथ-साथ उर्दू भाषा भी सीख रही थी।
हिसार पुलिस का आधिकारिक बयान
इस हाई-प्रोफाइल और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील मामले में हिसार पुलिस ने बुधवार, 21 मई को पहली बार एक विस्तृत आधिकारिक प्रेस नोट जारी किया। हिसार पुलिस द्वारा दी गई मुख्य जानकारियां इस प्रकार हैं:
- गिरफ्तारी और कानूनी धाराएं: ज्योति मल्होत्रा को 16 मई को भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 152 और शासकीय गुप्त बात अधिनियम (Official Secrets Act) के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया था।
- पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों से संपर्क: पुलिस ने पुष्टि की है कि ज्योति मल्होत्रा कुछ पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों (PIOs) के संपर्क में थी और उसने कुछ सूचनाओं का आदान-प्रदान भी किया था।
- बरामदगी और फोरेंसिक जांच: ज्योति के कब्जे से 3 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और कुछ अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए हैं। इन सभी उपकरणों को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है, जिनकी रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुई है। इसके साथ ही, कुरुक्षेत्र के रहने वाले हरकीरत नामक व्यक्ति, जो वीजा सेवाएं उपलब्ध करवाता है, को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था और उसके कब्जे से 2 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। हरकीरत को फिलहाल गिरफ्तार नहीं किया गया है। ज्योति और हरकीरत से बरामद सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की गहन जांच की जा रही है। वॉट्सएप चैट के बारे में फिलहाल कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
- हिरासत और विभिन्न एजेंसियों द्वारा पूछताछ: ज्योति मल्होत्रा फिलहाल 5 दिन की पुलिस रिमांड पर हिसार पुलिस की ही हिरासत में है (जिसकी अवधि 22 मई को समाप्त हो सकती है)। प्रोटोकॉल के अनुसार, कुछ केंद्रीय जांच संस्थाओं (जैसे NIA, IB) ने भी ज्योति से समय-समय पर पूछताछ की है, परंतु इनमें से किसी भी संस्था को आरोपी की हिरासत नहीं सौंपी गई है। हिसार पुलिस ही मामले की गहनता से जांच कर रही है।
- अपुष्ट खबरों का खंडन और जांच का दायरा: पुलिस ने मीडिया में चल रही कुछ तथ्यहीन खबरों का खंडन करते हुए कहा है कि ऐसी खबरें न सिर्फ अनुसंधान को प्रभावित करती हैं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े ऐसे मामलों में सीधे तौर पर नुकसान पहुंचा सकती हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अभी तक की जांच में ऐसा कोई तथ्य सामने नहीं आया है जिससे यह कहा जा सके कि ज्योति की किसी भी सैन्य, रक्षा या रणनीतिक महत्व की जानकारी तक सीधी पहुंच थी। उसकी कथित डायरी के जो पन्ने सार्वजनिक रूप से दिखाए जा रहे हैं, वे पुलिस के कब्जे में नहीं हैं। ज्योति के 4 बैंक खातों की गहनता से जांच जारी है, और पैसों के लेन-देन के बारे में अभी कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती। अभी तक सीधे तौर पर ऐसा कोई तथ्य भी सामने नहीं आया है जिससे यह कहा जा सके कि ज्योति का संपर्क किसी आतंकवादी संगठन से था या वह किसी आतंकवादी घटना में संलिप्त थी। किसी पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी के साथ शादी, धर्म परिवर्तन आदि के बारे में भी अभी तक कोई ठोस तथ्य सामने नहीं आया है। यह जांच राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित है और इसे पूरी गंभीरता से किया जा रहा है।
ज्योति मल्होत्रा का पुलिस रिमांड 22 मई (गुरुवार) को समाप्त हो रहा है, जिसके बाद उसे हिसार की स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। यह मामला चूंकि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है और इसके तार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जुड़ते दिख रहे हैं, इसलिए इस बात की प्रबल संभावना है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) इस केस को पूरी तरह से अपने हाथ में ले सकती है, ताकि इसकी व्यापक और गहन जांच सुनिश्चित की जा सके।